Kahi-Unkahi
इन्सानी रिश्तों की बनती बिगड़ती दास्तां
Monday, July 14, 2014
Kapildev Kohhli's Blogs: सफ़र - A Short Story
Kapildev Kohhli's Blogs: सफ़र - A Short Story
: बहुत ही खुश थे हम उसदिन। हमारे यहाँ बेटा हुआ था। मैं जब अंदर कमरे में दाखिल हुआ तो संजना ( मेरी पत्नी ) पलंग पर लेटी हुई थी और पास में ही...
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